तू ही है 'नज़र ' मेरी, तू ही नज़ारा

तू ही है 'नज़र ' मेरी, तू ही  नज़ारा 
तू ही दिल की 'धड़कन', तू ही दिल हमारा 

क्यों ना मचले ये दिल,जो दिल की है बात
क्यों ना बहकें हम भी, जो बहकी है रात
तू ही मेरा 'चांद', और तू ही मेरा तारा 
तू ही दिल की 'धड़कन', तू ही दिल हमारा 

येे आँखें  मेरी,  रात-दिन जागती हैं 
तुझी से दिल की हर ख़ुशी मांगती हैं 
तू ही 'हमसफ़र' मेरा, तू ही  सहारा
तू ही दिल की 'धड़कन', तू ही दिल हमारा 

तू ही है 'नज़र ' मेरी, तू ही नज़ारा 
तू ही दिल की 'धड़कन', तू ही दिल हमारा

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